क्या आप जानते है जिन लोगो की ठोड़ी में गढ़ा होता है उनका स्वभाव और चरित्र कैसा होता है |
ऐसी होते है वो लोग जिनकी ठोड़ी में होता है गढ़ा |
ऐसी सोच के इंसान होते है ये जिनकी ठोड़ी ऐसी होती है |
दुसरो के बारे में ऐसा सोचते है ये लोग |
हेल्लो दोस्तों क्या आपने कभी गौर किया है की किसी की ठोड़ी कैसी होती है तो किसी की कैसी ये अलग अलग तरह की होती है | लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे है जिन लोगो की ठोड़ी में हल्का गढ़ा होता है उनका स्वभाव कैसा होता है और वो दुसरो के बारे में कैसा सोचते है |
आमतौर पर ऐसी ठोड़ी वाले लोग आपको रोज कही न कही मिल ही जायेंगे| दोस्तों भारतीय ज्योतिष के अनुसार ऐसे लोग बड़े ही नरम दिल के और संतोष रखने वाले होते है ऐसे लोगो का दिल बहुत ही प्यारा होता है ये किसी भी चीज़ की ज्यादा छह नहीं रखते और इनको जितना मिल जाये उसी में खुश रहने की कोशिश करते है | जैसे आपने कई ऐसे लोगो को भी देखा होगा जिन्हे जितना मिले वो खुश नहीं रहते उनकी चाह ये होती है की हमे वो भी मिल जाये हमे ये भी मिल जाये लेकिन जिनकी ठोड़ी में हल्का गढ़ा होता है ये इनके बिलकुल उलट होते है किसी भी चीज़ को बड़ी ही शांति से स्वीकार कर लेते है |
ऐसे लोगो में सबके लिए समान रूप से दया भाव रहती है सबको बराबर नज़रो से देखते है किसी के लिए काम या किसी के लिए ज्यादा नहीं बिलकुल समान भाव होता है इनके मन में और ये कभी भी किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हमेशा ही भलाई के काम में लगे रहते है |
ऐसे लोग अपने दोस्तों को भी समान रूप से देखते है मतलब ये नहीं की ये फ्रंड जायदा अच्छा है इसको ज्यादा महत्व देना है नहीं ये सभी को बराबर भाव से जुड़े रहते है | लेकिन है हम ये नहीं कह सकते की सभी ऐसे ही होते है क्योकि कभी कभी किसी से ज्यादा लगाओ भी होता है वो अलग बात है लेकिन बाकियो को ये समान भाव से अपनी दोस्ती निभाते है और कभी किसी का बुरा नहीं सोचते सबका भला ही चाहते है |
सीधा निष्कर्ष ये निकलता है की ऐसे व्यक्ति सबके लिए अच्छा सोचते है |
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